हमारे बुजुर्ग तन्हा हो गए हैं, बच्चे भी अकेले पड़ गए
आज के बुजुर्गों की स्थिति को देखते हुए मैंने इस लेख को लिखा है | उम्मीद है आप सबों को यह लेख अच्छा लगे। : Awadhesh Roy/New Delhi घर में अगर कोई बुजुर्ग है तो उसे भार मत समझिए, क्योंकि बूढ़ा पेड़ फल दे या न दे ,पर छाया जरूर देता है। पर आज का वृद्ध उस जुआरी की तरह है...